Monday, July 15, 2013

जीवन में सफलता के लिए ऊंचा लक्ष्य जरूरी: मदवि कुलपति

जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए लक्ष्य ऊंचा होना चाहिए। साथ ही, उस लक्ष्य को हासिल करने के लिए निरंतर प्रयास करने चाहिए। आज के प्रतिस्पर्धात्मक युग में विद्यार्थियों को अपने व्यक्तित्व विकास पर विशेष ध्यान देना होगा। ये उद्गार महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय (मदवि) के कुलपति एच एस चहल ने आज विश्वविद्यालय के यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट में विशेष व्याख्यान में व्यक्त किए। मदवि के छात्र एवं युवा कल्याण कार्यालय के तत्वावधान में इस सेंटर के तहत आयोजित किए जा रहे साफ्ट स्किल्ज एवं पर्सनेलिटी डेवलपमेंट प्रोग्राम के समापन कार्यक्रम में कुलपति चहल बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहे।
मदवि  कुलपति एच एस चहल ने कहा कि व्यक्तित्व विकास के लिए माइंड-बाडी-सोल (मन-तन-आत्मा) का विकास जरूरी है। विद्यार्थियों को न केवल शरीर-सौष्ठव की ओर ध्यान देना चाहिए, बल्कि मन-मस्तिष्क के विकास के लिए भी प्रयासरत रहना चाहिए। कुलपति चहल ने विशेष रूप से छात्रों से आह्वान किया कि वे सदैव महिलाओं को समाज में सम्मान दे। उन्होंने यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट को मदवि का गौरव बताया।
इससे पूर्व यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट के परियोजना निदेशक ले. कर्नल (सेवा निवृत) डी एस देसवाल ने इस विशिष्ट कार्यक्रम बारे विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस परियोजना के तहत अब तक 70 अभ्यर्थियों का चयन सशस्त्र सेना तथा अर्धसैनिक बलों में हुआ है। कई अभ्यर्थियों का चयन बहुराष्ट्रीय कंपनियों में भी हुआ है।
आज के समापन कार्यक्रम का संचालन प्राध्यापिका डा शालिनी सिंह ने किया। इस अवसर पर अधिष्ठाता, छात्र कल्याण प्रो राजबीर सिंह ने कहा कि यूथ सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट एक अनूठा कार्यक्रम है जिसकी प्रतिष्ठा पूरे राष्ट्र में है। निदेशक युवा कल्याण जगबीर राठी ने भी इस अवसर पर संबोधन किया।
समापन कार्यक्रम में प्रतिभागी सीमा, ध्रुव, मनीषा, परीक्षित, साक्षी, ओम देव, जितेन्द्र पंाचाल, साक्षाी बैनीवाल ने इस कार्यक्रम बारे अपनी राय प्रस्तुत की तथा फीडबैक दिया। कुलपति एच एस चहल ने समापन कार्यक्रम में प्रतिभागियों को पारितोषिक प्रदान किया।

1 comment:

  1. आच्छी हैडिंग है
    मजधार में यूँ ही नईया पार नहीं होती और मेहनत करने वालों की कभी हार नहीं होती

    ReplyDelete